लेखनी प्रतियोगिता -10-Feb-2022गुडियांँ
गुड़िया
मेरी दो गुड़िया प्यारी प्यारी ,
राज दुलारी न्यारी न्यारी ।
मां-बाप की आंखों का तारा ,
घर का वो उजियारा।
वोआई तो खुशियां आईं,
चहके मेरा आंगन सारा।
बाबा दादी की वह लाडली,
पापा की आंखों का तारा।
मेरी दो गुड़िया प्यारी प्यारी,
नाम किया उन्होंने रोशन।
प्यार सभी को करती है।
ध्यान रखती सभी का वो तो।
दिल में सबके बसती है,
समझाती वो मुझे प्यार से।
कभी रौब दिखाती है,
ना मानूं मैं उनकी बातें ।
दादी अम्मा बन जाती है,
मेरी दो गुड़िया प्यारी प्यारी
दिल में मेरे बसती है।
ससुराल में प्यार मिले उनको,
बस यही कामना करती हूंँ।
वह दो गुड़िया प्यारी प्यारी।
प्रतियोगिता के लिए
मधु अरोरा
10.2.2022
Sudhanshu pabdey
11-Feb-2022 10:14 AM
Very nice
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Shrishti pandey
11-Feb-2022 09:40 AM
Very nice
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Abhinav ji
11-Feb-2022 09:20 AM
Nice
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